?????भ्रष्ट करम??????
सिद्धांतों की बात करें,
देखो नेता बेशरम ?
करोड़ों अरबों दलाली खाएं?
राष्ट्र हित समझें अधर्म?
दुधिया खद्दर की ओट में ,
कोई कोना होता दिलमे नरम?
कितना लचीला कितना जलीला,
जिसमे भ्रष्टाचार की गंगा समा जाती?
राष्ट्रिय सम्पति क्या ?
नेता हर सम्पति को लूटना,
समझते है धर्म?
स्वार्थ लालच में,
अंधे हो गये नेता लोग,
निर्मोही उनके सारे
मानवता विरोधी होते करम
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