narendra nirmohi
गुरुवार, 4 अगस्त 2011
narendra nirmohi: AAJ?
narendra nirmohi: AAJ?
: "|||||||||||||||||आज||||||||||||||||| आज रिश्तों की अर्थी उठती यहाँ , हालत बद से बदत्तर हुए, कहने सुनने वाला कोई नही ? हर आदमी दहशत में ज..."
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