शुक्रवार, 17 जून 2011

nari ek,rup anek?

नारी ही दुर्गा ,नारी ही भवानी,
नारी ही बुद्धिकी देवी सरस्वती 
नारी ही लक्ष्मी ,नारी ही माँ अवतार
नारी ही ने राम कृशन गढ़े
नारी ही ने बनाये प्रताप,शिवा
नारी ने  ही विवेकानंद दिए

नारी ही दे क्रन्तिकारी विचार  
नारी ही ने शुभाष,भगतसिंह दिए
नारी  ही ने सुखदेव ,विस्मिल दिए 
नारी ही दे  क्रन्तिकारी श्र्र्नखला 
नारी ही दे  शहीदों का परिवार 
   
नारी ही ने गुरु नानक जन्मे

नारी ने ही दिए गुरु गोविन्द सिंह से करतार 
नारी ही ने बुद्ध,महावीर ,ईसा दिए  
नारी ही ने सजाया महा पुरुषों का संसार 
झाँसी की रानी,दुर्गावती पद्मावती ,
तात्या,मंगल पाण्डेय नारी ही नेदिये थे 
नारी ही विस्मृत  चमत्कृत करे विश्व का आकार 
नारी ही भ्राता , नारी ही भगिनी
नारी ही पत्नी, नारी ही करे जीवन साकार 
नारी ही माता,नारी ही  कहींकहीं  पिता बन,
बच्चे की परवारिश  करे ,नारी की माहिमा अपरम्पार 
नारी ही मातृत्व की मूर्ति ,माँ दी दे स्नेह प्रेम अपार
 भारत माँ के हम सब बेटे  ,माँ के चरणों में स्वर्ग बसता है 
 माँ ही  है[नारी]आगामी इतिहास का आगाज 
    


 

2 टिप्‍पणियां:

  1. Nari ka isase achha chitran or kya ho sakta hai? Dhanyawad

    Sanjay Pandey

    जवाब देंहटाएं
  2. धन्यवाद पांडे जी नारी शक्ती हमेशा पूज्य रही है वहीं कई दुष्ट उसे अपमनित घिनौनी हरकत का शिकार बनाने कि कोशिश करते रहे हैं नारी महान है उस ने दुनिया को नाना अवतार दिए जिसने पापियोंका नाश किया देश का कल्याण किया

    जवाब देंहटाएं