राज्यसभा का अपने देश में क्या है काम?
जिनका कोई आधार नही ,कोई जमीन नही
घुस जाते हैं ,राजसभा के जरिये संसद में ?
पैसे से होता सारा इंतजाम?विधायक ख़रीदे जाते ,
लाखो करोड़ों लगते उनके दाम ?
अनेतिकता.हेवानियत सोदे होते?
बनने बनाने मंत्र
करते घाघ घाघ पूरा प्लानिंग से इंतजाम ?
राजनीती का पिछड़ा दरवाज़ा या,
खुली अनेतिकता की खिड़की ,
राज्य सभा दिया उसे नाम?
पिटे पिटाये मोहरे , मार खाए.?
जनता से बनाते अपना संसद में निशान ?
करोड़ों रुपिया सदन की कारवाही में खर्च होता?
खल नायक भी पाए हीरों सा दाम?
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