रविवार, 19 जून 2011

srkari subidha?

करोड़ों अरबों के घोटाले कर नेता 
,मंत्री अफसर ,कर्मचारी सब मिल ,
सरे आम लूटमार मचाने लगे?
देश की चिंता किसे है?
  सब छककर  छप्पन भोग ,
पैसे की क्रीम,मखन,सोना प्रोपर्टी बना ,
जमा पे जमा करने लगे?
बेशर्मी की हद्द देखो?  इमानदारों को ,
सत्ता के दम पे झूठे केसों में फ़साने  लगे?
करलो जितनी मनमानी करलो?
एक दिन सब हेकड़ी निकल जाएगी?
उसकी लाठी होगी सर पे ?
जिसकी आबाज भी तुम्हे भी न सुनाई देगी?

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